THE DEFINITIVE GUIDE TO वशीकरण मंत्र किसे चाहिए

The Definitive Guide to वशीकरण मंत्र किसे चाहिए

The Definitive Guide to वशीकरण मंत्र किसे चाहिए

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मंत्र की उर्जा और प्रभाव को बढाने के लिए भी इसका प्रयोग किया जाता है.

लौंग, लौंगा, लौंगा! बैर एक लौंग मेरी आती-पाती

ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं अमुक ग्राह्यार्थे सर्व जगत् हितकारिणी सर्वदुःख निवारिणी सर्व व्याधि नाशिनी नमो नमः स्वाहा॥

ॐ नमो तिलक इश्वर तिलक महेश्वर तिलक जय विजय कार

(अमुक अमुका मतलब स्त्री या पुरुष का नाम)

राजहंस का स्वतः गिरा हुआ पंख, कोचनी का पुष्प एवं सफेद गाय का दूध- इन सबको मिलाकर खीर बनाएं। फिर उपर्युक्त मन्त्र द्वारा खीर की एक सौ आठ आहुतियाँ दें। इससे मन्त्र सिद्ध हो जाएगा। प्रयोग के समय नित्य ग्यारह दिनों तक इसी मन्त्र का एक सौ जप करके इच्छित स्त्री या पुरुष का ध्यान करें। जिसका भी ध्यान किया जाएगा, वह वश में हो जाएगा।

वशीकरण मंत्र का उपयोग व्यापार, प्रेम, और व्यक्तिगत मामलों में किया जाता है। हालांकि, इसका नैतिक मान्यता संबंधी मामलों पर भी प्रभाव पड़ सकता है। व्यक्ति को उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए दूसरे व्यक्ति को प्रभावित करने का प्रयास करना नैतिकता के मामले में विवादास्पद हो सकता है।

ध्यान और शुद्धि: मंत्र का उच्चारण करने से पहले, आपको मन को शांत करना चाहिए। ध्यान या मेधावी आवस्था में प्रवेश करने के लिए ध्यान करें। अपने शरीर और मन को शुद्ध करने के लिए स्नान और पवित्रता का अनुसरण करें।

कई बार more info ऐसा देखने में आता है की मोहिनी वशीकरण मंत्र सही तरह से काम नहीं करते है.



वशीकरण मंत्रों के प्रभाव के बारे में विज्ञानिक संदर्भ और सटीक आधार अभी तक नहीं हैं। यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें आध्यात्मिक और अज्ञात शक्तियों का प्रभाव हो सकता है। यदि हम विज्ञानी तत्वों से इसे देखें, तो वशीकरण मंत्रों के पीछे की वास्तविकता का विज्ञान अभी तक साबित नहीं किया गया है। हालांकि, कई लोग अपने अनुभवों के आधार पर इन मंत्रों को सचमुच कारगर मानते हैं और इनका उपयोग करके समस्याओं का समाधान प्राप्त करने में सफलता प्राप्त करते हैं।

आपका प्रेमी आपको पन्ना रत्न देता है तो ये आपके लिए शुभ संकेत है. इससे आपके बीच रिश्ता मधुर बनता है.

ॐ नमो अरिहताणं। अरे अरिणी मोहिनी। ‘अमुकी’ मोहय मोहय स्वाहा।

पान पढ़ि खिलावे, त्रिया जोरि बिसरावे, क्षीरे त्रिया तोरा साथ नहि जावे, नाग वो नागिन फेन काढ़े, तोर मुख न हित जाए वो, रे नागा, दोहाई गुरु नानक शाही का, दोहाई डाकिन का।

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